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Daily Routine and Activities in English | मेरी दैनिक दिनचर्या हिंदी मैं 25-07-2020

Diary Writing On My Daily Routine In Hindi |  Diary Writing On My Daily Routine In English



प्रस्तावना- विद्यार्थी काल को जीवन का स्वर्ण काल माना गया हैं. इस पड़ाव में व्यवस्थित जीवन जीने की बहुत आवश्यकता हैं.जीवन जब तक अनुशासन में बंधा नहीं होगा तब तक हम अपने इच्छित लक्ष्य को नहीं पा सकते हैं अतः प्रत्येक विद्यार्थी  को जीवन मैं एक स्वस्थ दिनचर्या बनाते समय जल्दी सोना और जल्दी उठना को अवश्य शामिल करना चाहिए।

सुबह का कार्यक्रम-सुबह का कार्यक्रम लिए बहुत अच्छा रहता है में सुबह 5 बजे उठकर सुबह टहलने के लिए  निकल जाता हूँ और फिर योग करता हूँ और अपने मित्रो के साथ खेलता हूँ और फिर अपने घर आ जाता हूँ और मार्किट के लिए निकल जाता हूँ और कुछ सामान लाता हूँ और में कुछ स्नैक्स लेता हूँ और अपने मित्र के घर चला जाता हूँ और तकरीबन 30 मिनट पढता हूँ और फिर अपने घर आ जाता हूँ और सबसे पहले नहाता हूँ और मम्मी से नास्ता तैयार करने की कहता हूँ. 

और में जबतक अपने कमरे में जाकर पढता हूँ और नास्ता करता हूँ और कॉलेज के लिए तैयार होता हूँ और मम्मी से लंच तैयार करने की कहता हूँ और में जबतक अपने घर के पास ही पार्क में अपने मित्रो के साथ क्रिकेट खेलता हूँ और फिर अपने घर आ जाता हूँ और फिर कॉलेज जाने के लिए तैयार हो जाता हूँ और मम्मी से लंच लेकर कॉलेज के लिए निकल जाता हूँ.

और अपने घर से बहार अपनी कॉलेज की बस का इंतजार करता हूँ और तकरीबन 15 मिनट के बाद में अपनी बस में बैठ जाता हूँ और अपने कॉलेज के लिए निकल जाता हूँ कॉलेज पहुंचने में तकरीबन 1 घंटा लगता है और रास्तें में ट्रैफिक की समस्या आम बात है प्रदुषण भी होता है। 

कॉलेज का कार्यक्रम- घर से आने के बाद में अपने कॉलेज में जाता हूँ और अपनी कॉलेज की लाइब्रेरी में बैठ जाता हूँ और तकरीबन 10 मिनट के बाद मेरे लेक्चर का टाइम हो जाता है में अपनी क्लास में जाता हूँ और अपने मित्रो और अध्यापको से गुड मॉर्निंग बोलता हूँ फिर अपने 1 लेक्चर लेने के लिए तैयार हो जाता हूँ और अपने 1 लेक्चर को बड़े ध्यान के साथ सुनता हूँ. 

और फिर मेरा 1 लेक्चर समाप्त  होने के बाद मेरा 2 लेक्चर शुरू हो जाता है और में अपने 2 लेक्चर को वैसे ही लेता हूँ जैसे की मैंने 1 लेक्चर को लिया और 2 लेक्चर समाप्त होने के बाद मेरा इंटरवेल हो जाता है और में अपने मित्रो के साथ कॉलेज के गार्डन में जाता हूँ और लंच का आनंद लेता हूँ और फिर अपने अध्यापक हो बर्थडे विश करता हूँ. 

क्यूँकि आज मेरे अध्यापक का बर्थडे था और यह एक अच्छी बात भी है की हम अपने अध्यापक को बर्थडे विश करें फिर मेरा इंटरवेल समाप्त हो जाता है और में अपने मित्रो के साथ क्लास में चल देता हूँ और अपने 3 लेक्चर लेने के लिए तैयार रहता हूँ 3 लेक्चर में मुझे बहुत अच्छा लगता है क्यूँकि इसमें मेरे पसंदीदा अध्यापक आतें है 3 लेक्चर समाप्त होने के बाद  मेरे प्रैक्टिकल का वक़्त हो जाता है और में अपने मित्रो के साथ प्रैक्टिकल देने जाता हूँ और फिर मेरी छुट्टी तकरीबन 5 बजे हो जाती है और में अपने घर की ओर चल देता हूँ. 

कॉलेज के बाद का कार्यक्रम -कॉलेज से घर आने के बाद में सबसे पहले बजार जाता हूँ और अपने घर के लिए कुछ सामान लाता हूँ और मम्मी को देता हूँ और में अपने कमरे में पढ़ने के लिए चला जाता हूँ और तक़रीबा 30 मिनट योगा करता हूँ और फिर अपने मित्र के घर चला जाता हूँ और उसके साथ तकरीबन 1 घंटे पढता हूँ और फिर में और मेरा मित्र बजार में जाकर कुछ स्नैक्स लेते है और में फिर अपने घर की ओर चल देता हूँ और मम्मी से डिनर तैयार करने की कहता हूँ. 

और में भी मम्मी की मदद करता हूँ और फिर में कुछ देर अपने परिवार के साथ टीवी देखता हूँ और फिर मम्मी डिनर ले आतीं ले आती है और में अपने परिवार के साथ डिनर का आनंद लेता हूँ और फिर में अपने घर से बहार टहलने के लिए निकल जाता हूँ जिससे मेरा डिनर अच्छे से हज़म हो सके और तकरीबन 30 मिनट चलने के बाद  घर की ओर चल देता हूँ. 

और फिर अपने कमरे में जाकर पढ़ने के लिए बैठ जाता हूँ और तकरीबन 2 घंटे पढ़ने के बाद में एक लिस्ट बनाता हूँ और जो सवाल नहीं आतें उन्हें लिस्ट पर लिख लेता हूँ और अगले दिन अपने अध्यापक से पूछता हूँ जिससे मेरी पढाई एक अच्छे लेवल पर हो सके फिर में अपने बैडरूम में जाकर तकरीबन 10  बजे सोने के  लिए चला जाता हूँ.    

रविवार का कार्यक्रम: हफ्ते का वह दिन जिसके आने का मुझे बड़ा इंतजार रहता है. यह दिन रोजाना के दिनों से हटकर कुछ अलग ही होता हैं,हालाँकि सुबह 7:45  मेरी दिनचर्या वही होती है जो अन्य 6 दिनों होती है.स्कूल जाने के वक़्त से मेरे कार्यक्रम बदल जाते है.

सर्वप्रथम में अपने कमरे की सफाई अलमारी, सोफे, टेबल व बेड़ को अच्छे से साफ़ करता हूँ,और बाद में मैं अपने पापा के साथ सिनेमा के लिए जाता हूँ. और शाम को अपने दोस्तों के साथ रेस्टोरेंट मैं पार्टी करता हूँ. इस तरह मेरी दिनचर्या मैं रविवार का महत्वपूर्ण स्थान हैं.

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Diary Writing On My Daily Routine In Hindi | Diary Writing On My Daily Routine In English                                                             

                                                                                                                                     
Preamble- The student period is considered the golden period of life. There is a great need to live a systematic life in this stage. We cannot achieve our desired goal till life is bound in discipline, so every student must include early sleep and early waking up while making a healthy routine in life. needed.

Morning program -Morning program is very good, I get up at 5 am and go for a morning walk and then do yoga and play with my friends and then come home and go out to market and bring some stuff. I and I take some snacks and go to my friend's house and read for about 30 minutes and then come to my house and first take a bath and ask my mother to prepare breakfast.

And while I go and study in my room and have breakfast and prepare for college and ask my mother to prepare lunch and I play cricket with my friends in the park near my house and then in my house I come and then get ready to go to college and take lunch from my mother and leave for college.

And outside my house, I wait for my college bus and after about 15 minutes I sit in my bus and leave for my college, it takes about 1 hour to reach college and traffic problem is common in the road. There is also pollution.

College Program -After coming home, I go to my college and sit in my college library and after about 10 minutes it is time for my lecture, I go to my class and speak good morning to my friends and teachers. I get ready to take my 1st lecture and listen to my 1st lecture very carefully.

And then after my 1st lecture is over, my 2nd lecture starts and I take my 2nd lecture in the same way as I have taken the 1st lecture and after the 2nd lecture is over I get interviewed and I I go to the college garden and enjoy lunch and then wish my teacher a birthday.

Because today was my teacher's birthday and it is also a good thing that we wish our teacher a birthday, then my interview ends and I go to class with my friends and I am ready to take my 3 lectures. I love 3 lectures because my favorite teacher is in it. After the end of lecture 3, it is time for my practical and I go to do practical with my friends and then I leave around 5 pm and in Let me walk towards my house.

Post-college program -After coming home from college, I first go to the market and bring some things to my house and give to my mother and I go to my room to study and do about 30 minutes of yoga and then my friend's house I go and study with him for about 1 hour and then I and my friend go to the market and take some snacks and then I walk towards my house and ask my mother to prepare dinner.

And I also help my mom and then watch TV with my family for a while and then mommy brings me dinner and I enjoy dinner with my family and then for a walk outside my house I leave, so that my dinner can be digested well and after walking for about 30 minutes, I walk towards home.

And then go to my room and sit down to read and after reading for about 2 hours, I make a list and write questions on the list that are not there and I ask my teacher the next day so that my studies are at a good level Then I can go to my bedroom and go to sleep at around 10 o'clock.

Sunday program: The day of the week that I am waiting for. This day is different from day to day, though 7:45 in the morning my routine is the same as the other 6 days. My schedules change when I go to school.

First of all I clean my room, clean the cupboards, sofa, table and bed, and later I go to the cinema with my father. And in the evening, I party with my friends in the restaurant. In this way, Sunday is an important place in my daily routine.

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